24 December 2013

GREAT SPECIALITIES OF A PARENT...



संतान के जीवन में विशिष्ट परिवर्तन लाने  वाले साधारण माता -पिता के असाधारण कौशल 



साधारणतया , सभी माता-पिता अपने ज्ञान , अनुभव व् मूल्यों के सहयोग से अपनी संतान का बेहतर मार्गदर्शन करने का प्रयास करते हैं परन्तु माता-पिता के कुछ कौशल उन्हं विशिष्ट माता-पिता कि श्रेणी प्रदान करते हैं।  आइए माता-पिता के उन विशिष्ट गुणों को परखने का प्रयास करें जो उनकी संतानों को उनके जीवन में
विशिष्टता प्रदान करने में अत्यंत सहायक होते हैं। 
ववहारिक स्तर पर देखा गया है कि जो माता-पिता निम्नलिखित कौशल से युक्त होते हैं वे अपनी संतान को ज़यादा सफ़ल ,समृद्ध और योग्य बनाने में सफल होते हैं। 

१. जो माता-पिता अपने बच्चों को प्रयाप्त समय़ देते हैं।  ऐसे माता-पिता के पास अगर बच्चों के लिए प्रयाप्त समय नहीं निकलता तो भी उनकी दशा और दिशा ठीक रखने के लिए ये अपने productive time में से भी समय निकालते हैं। 
२. ये अपने बच्चों के बाल -सुलभ अनगिनत प्रश्नों का उत्तर देने से खिन्न नहीं होते।  ये हमेशा  अपने बच्चों के प्रश्नों व् उत्सुकताओं का जबाब प्रसन्नता से देते रहने का प्रयास करते हैं। 
३. ऐसे माता-पिता अपने बच्चों के कुदरती प्रतिभा का सम्मान करते हैं न कि उनकी कमजोरियों को पकडक़र उनकी आलोचना करते रहते हैं।
४. ऐसे माता-पिता अपनी संतान पर भरोसा करते हैं।  ये अपने बच्चों को विविध खट्टे-मीठे अनुभवों से गुजरने का प्रयाप्त मौका देते हैं।  ये सावधानी रखते हुए अपने बच्चों को गलतियां करने व् उसे सुधारने का अवसर देते हैं जिससे इनकी संताने अच्छे -बुरे दिनों का सामना करेने में जयादा सफल रहते हैं। 
५. ये अपनी व्यवसायिक गतिविधियों में  झूठ बोलते  हैं, बेईमानों के साथ बेईमानी करते हैं, लोगों के साथ राजनीति  करते हैं पर ये अपने बच्चों व परिवार को इन व्यवहारों से दूर रखने में पूरी तरह कामयाब होते हैं।
६. ऐसे माता- पिता जानते हैं कि उनकी संतानों के सामने उनके प्रेम का कितना हिस्सा प्रदर्शित करना है तथा कितना हिस्सा अपने हृदय में छुपाकर रखना है इसलिए इनकी संतानें शोख और जिद्दी नहीं होतीं। 
७. ऐसे माता-पिता अपनी कथनी और करनी में फ़र्क नहीं रखते।  ये अपनी संतानों  से  किए गए 'कमिटमेंट ' को निभाना जानते हैं। 
८. ये स्वयं वैसे कार्य कभी नहीं करते जिनके लिए वे अपने बच्चों से अपेक्षा नहीं रखते। यह श्रेष्ठ माता पिता के श्रेष्ठ लक्षणों में एक है। 
९.ये  प्रशंसा ,आलोचना व विवेचना का सही अर्थ जानने के साथ -साथ  इनकी उपयोगिता व सीमाओं का सही निर्धारण करना भी जानते हैं। 
१०. ऐसे माता-पिता संतान की  गलतियों के लिए सजा व उनके अच्छे कार्यों के लिए प्रोत्साहन  करने की  सही 'डिग्री ' का प्रयोग करते हैं।  ये लार -प्यार , दुलार ,फटकार , सजा व तिरष्कार का प्रयोग भी  हमेशा सही डिग्री में करते हैं। 
१२. ऐसे माता -पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य , चरित्र व मूल्यों की  रक्षा हेतु कभी  'कॉम्प्रोमाइज ' नहीं करते।
१३. ऐसे माता-पिता अपने घरों में तानाशाह के क्रूर शासक  नहीं होते। ये अपने घरों में लोकतान्त्रिक व्यवस्था अपनाते है तथा सबकी राय का सम्मान रखने वाले होते हैं।

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